हेलो फ्रेंड्स आज हम बात करेंगे दही कचौरी बनाने के बारे में, मसाला मिक्स रेसिपी चैनल में आपका स्वागत है! यहां हम आपको कुछ ही समय में स्वादिष्ट भोजन बनाने के लिए आवश्यक सभी टिप्स, ट्रिक्स और रेसिपी प्रदान करेंगे। चाहे आप नौसिखिए हों या अनुभवी रसोइया, आपको रसोई में आपकी मदद करने के लिए कुछ न कुछ मिल ही जाएगा। मौसमी पसंदीदा से लेकर क्लासिक व्यंजन तक, हम आपको आसान स्टेप में उन्हें बनाने का तरीका दिखाएंगे। तो अपनी सामग्री लें और चलिए शुरू करें!
दही कचौरी के बारे में जानकारी:
दही कचौरी का स्वाद गर्म और ठंडे का मेल मिलाकर बहुत ही मजेदार होता है। गरम छोले, उबली हुई कचौरी और ठंडी दही का पेस्ट खाने के बाद आपको एक अच्छा अनुभव मिलता है। यह व्यंजन ज्यादातर लोगों को नाश्ते या शाम के टाइम में खाया जाता है, लेकिन आप इसे किसी भी समय खा सकते हैं। दही कचौरी उत्तर भारतीय स्टेट्स जैसे कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब आदि में विशेष रूप से पसंद की जाती है। यह एक प्रसिद्ध रेस्टोरेंट, ढाबा और सड़क में खाने की व्यंजन है जिसे लोग मजे से खाते हैं। दही कचौरी एक प्रकार का राजस्थानी स्ट्रीट फ़ूड है जो दूसरे देशों में भी पसंद किया जाता है और भारतीय भोजन में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है।
दही कचौरी बनाने से पहले सावधानी:
- आटा तैयारी: दही कचौरी के लिए आपको मुलायम आटे की तैयारी करनी होगी। ध्यान दें कि आटा ठंडा होना चाहिए और उसमें थोड़ा सा नमक डालें।
- मूंग दाल का मसाला: दही कचौरी के लिए धनिया, जीरा और हल्दी से भरी हुई मूंग दाल की मसाला तैयार की जाती है। ध्यान दें कि मसाला का स्वाद पेस्ट होना चाहिए और सुंदर रंग प्राप्त करने के लिए हल्दी का उपयोग करें।
- कचौरी का तार: कचौरी के लिए आटे से छोटे गोले बनाएं और उन्हें बेलन और मैदे के साथ पतला बना लें। ध्यान दें कि गोले एक बार में खुल जाएं और पूरी जैसी ढाल लें।
- तैयारी का समय: दही कचौरी को तुरंत तैयार करें और उसे बेलन या बैटर में घुसने से पहले तैयार करें। इससे वे गोले सख्त नहीं होंगे और आपको आसानी से उन्हें खुली हुई कचौरी के रूप में पतला करने में मदद मिलेगी।
- सही तरीके से तलना: दही कचौरी को नीचे से पकने के लिए तलने की जरूरत होती है। एक गहरे कड़ाही में तेल गरम करें और कचौरी को तलें। ध्यान दें कि तेल उच्च गुणवत्ता वाला हो और तलने के दौरान उन्हें धीरे-धीरे पलटें।
- सर्विंग का तरीका: दही कचौरी को सजाने के लिए पहले उसमें छोले डालें, फिर दही डालें, ऊपर से टमाटर की चटनी, मसाले, खट्टी मीठी चटनी, नमक और काली मिर्च डालें। इसके ऊपर धनिया-पुदीने के पत्ते और सेव सजा सकते हैं।
- 1 कप मैदा
- 2 टेबलस्पून सूजी
- 2 टेबलस्पून घी
- नमक स्वादानुसार
- ठंडा पानी तैयार करने के लिए
- 1 कप दही
- 1/2 कप उबले हुए छोले
- 1/4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 1/4 चम्मच जीरा पाउडर
- 1/4 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1/4 चम्मच धनिया पाउडर
- 1/4 चम्मच अमचूर पाउडर
- नमक स्वादानुसार
- 1/4 कप टमाटर की चटनी
- 1/4 कप खट्टी मीठी चटनी
- धनिया-पुदीना के पत्ते और सेव सजाने के लिए
दही कचौरी बनाने का तरीका स्टेप बॉय स्टेप:
- एक बड़े पतीले में मैदा, सूजी, घी और थोड़ा सा नमक मिलाएं। इसे अच्छी तरह से मसालें। इसमें ठंडा पानी थोड़ा-थोड़ा करके डालें और पेस्ट को मुलायम आटा बनाने के लिए ढक्कन लगाकर 15-20 मिनट आराम से ढेर दें।
- इस दौरान, एक कढ़ाई में छोले को उबालें। उबले हुए छोले को चाणकर नमक, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, और अमचूर पाउडर मिलाएं। अच्छी तरह से मिलाएं और इसे ठंडा होने दें।
- अब आटे को बेलन पर ले जाएं और उसे बड़ी रोटी की तरह बेलें।
- इसके बाद, रोटी को हाथों में ले और उसके बीच में छोले रखें। रोटी को सुनहरा होने तक ढेर दें और उसे अच्छी तरह से बंध दें।
- अब एक कड़ाही में तेल गरम करें। गरम तेल में बंधी हुई दही कचौरी को हल्का-भारी तेल में तलें। ध्यान दें कि आप धीरे-धीरे और सुंदर रंग के लिए उन्हें पलटते रहें। तलने के बाद, दही कचौरी को निकालकर एक टिश्यू पेपर पर रखें ताकि अतिरिक्त तेल सोक सके।
- अब एक प्लेट में दही लें और उसमें टमाटर की चटनी और खट्टी मीठी चटनी डालें। नमक और काली मिर्च से स्वादिष्टता के अनुसार मिलाएं।
फायदे:
- पोषक पदार्थ: दही कचौरी में उबले हुए छोले, दही और मैदे से बने गोले होते हैं। यह आपको प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन और मिनरल्स के सेवन का अच्छा स्रोत प्रदान करता है।
- स्वास्थ्य: दही कचौरी में दही होता है जो प्रोबायोटिक होता है। प्रोबायोटिक्स मानसिक तनाव को कम करने और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
- पाचन क्रिया में सहायक: दही में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स पाचन क्रिया को सुधारने में मदद कर सकते हैं। यहां तक कि कचौरी का तार में उपयोग होने वाले तेल की मात्रा भी पाचन क्रिया को बढ़ा सकती है।
नुकसान:
- अधिक कैलोरी: दही कचौरी उच्च कैलोरी वाली भोजन-सामग्री है। इसलिए, इसे अधिक मात्रा में सेवन करने से वजन बढ़ सकता है और अधिक कैलोरी लेने के कारण दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
- तला हुआ तेल: दही कचौरी तले हुए तेल में बनती है, जो अतिरिक्त तेल सेवन के कारण हार्ट और वसा संबंधी समस्याओं के लिए नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
- एलर्जी: कुछ लोगों को दही या मैदा से एलर्जी या पाचन बेचैनी हो सकती है। उन्हें दही कचौरी की जगह अन्य स्वस्थ ऑप्शन को पसंद करना चाहिए।
दोस्तों आज हमने सीखा दही कचौरी बनाने के बारे में, मसाला मिक्स रेसिपी चैनल का सार लोगों को आसानी से बनने वाली रेसिपी और कुकिंग टिप्स देना है। लोगों को बेहतर रसोइया बनने और नई रेसिपी सीखने में मदद करने के लिए चैनल के पास लेख और अन्य संसाधन हैं। मसाला मिक्स रेसिपी में खाना पकाने के क्षेत्र में पेशेवर शेफ, न्यूट्रिशन विशेषज्ञ और खाना पकाने के अन्य विशेषज्ञों के सालाह भी शामिल हैं।